पूजा-पाठ करने से सभी ग्रहों की शांति प्राप्त की जा सकती है, लेकिन विशेष रूप से कुछ पूजा विधियाँ और मंत्र ग्रहों की अशुभता को कम करने में सहायक होती हैं।प्रमुख ग्रहों की शांति के लिए पूजा:1. सूर्य ग्रह – आदित्य हृदय स्तोत्र, सूर्य अर्घ्य, गायत्री मंत्र का जाप2. चंद्र ग्रह – शिव पूजा, रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय मंत्र, चंद्र मंत्र का जाप3. मंगल ग्रह – हनुमान चालीसा, सुंदरकांड पाठ, हनुमान जी की पूजा4. बुध ग्रह – विष्णु सहस्रनाम, गणपति पूजा, श्री हरि विष्णु के मंत्रों का जाप5. गुरु ग्रह – विष्णु पूजा, बृहस्पति मंत्र, पीपल पूजन6. शुक्र ग्रह – महालक्ष्मी पूजा, दुर्गा सप्तशती पाठ, श्रीसूक्त का पाठ7. शनि ग्रह – शनि मंत्र जाप, हनुमान चालीसा, दान-पुण्य8. राहु ग्रह – काल भैरव पूजा, दुर्गा पूजा, राहु मंत्र जाप9. केतु ग्रह – गणेश पूजा, शिव अभिषेक, केतु मंत्र जापयदि किसी ग्रह की दशा या महादशा खराब हो तो संबंधित देवता की पूजा करने से ग्रह की अशुभता कम हो सकती है।9644062819
पूजा-पाठ करने से सभी ग्रहों की शांति प्राप्त की जा सकती है, लेकिन विशेष रूप से कुछ पूजा विधियाँ और मंत्र ग्रहों की अशुभता को कम करने में सहायक होती हैं।
प्रमुख ग्रहों की शांति के लिए पूजा:
1. सूर्य ग्रह – आदित्य हृदय स्तोत्र, सूर्य अर्घ्य, गायत्री मंत्र का जाप
2. चंद्र ग्रह – शिव पूजा, रुद्राभिषेक, महामृत्युंजय मंत्र, चंद्र मंत्र का जाप
3. मंगल ग्रह – हनुमान चालीसा, सुंदरकांड पाठ, हनुमान जी की पूजा
4. बुध ग्रह – विष्णु सहस्रनाम, गणपति पूजा, श्री हरि विष्णु के मंत्रों का जाप
5. गुरु ग्रह – विष्णु पूजा, बृहस्पति मंत्र, पीपल पूजन
6. शुक्र ग्रह – महालक्ष्मी पूजा, दुर्गा सप्तशती पाठ, श्रीसूक्त का पाठ
7. शनि ग्रह – शनि मंत्र जाप, हनुमान चालीसा, दान-पुण्य
8. राहु ग्रह – काल भैरव पूजा, दुर्गा पूजा, राहु मंत्र जाप
9. केतु ग्रह – गणेश पूजा, शिव अभिषेक, केतु मंत्र जाप
यदि किसी ग्रह की दशा या महादशा खराब हो तो संबंधित देवता की पूजा करने से ग्रह की अशुभता कम हो सकती है।
संपर्क करें पंडित मनोज भार्गव उज्जैन कालसर्प पूजन ओर मंगल के लिए 9644062819
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